स्पर्म काउंट बढ़ाने के घरेलू उपाय – आसान और असरदार तरीके

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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, तनाव, अनियमित खानपान और गलत आदतों के कारण कई पुरुषों में शुक्राणुओं (स्पर्म) की संख्या कम हो रही है। इससे न केवल प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है, बल्कि दांपत्य जीवन में तनाव भी आ सकता है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान घरेलू और प्राकृतिक उपायों से स्पर्म काउंट को बढ़ाया जा सकता है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे देसी और आयुर्वेदिक उपाय, जिन्हें अपनाकर आप अपने स्पर्म काउंट को प्राकृतिक रूप से बढ़ा सकते हैं।

1. संतुलित और पौष्टिक आहार लें

स्वस्थ शुक्राणु निर्माण के लिए विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर संतुलित भोजन जरूरी है। यह हार्मोन को संतुलित रखता है और शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है।

  • अखरोट और बादाम: इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्पर्म क्वालिटी और काउंट को बेहतर बनाते हैं।

  • अंडा: प्रोटीन और विटामिन E से भरपूर अंडा स्पर्म प्रोडक्शन के लिए उपयोगी होता है।

  • पालक और हरी सब्जियाँ: इनमें फोलिक एसिड होता है जो स्वस्थ शुक्राणु निर्माण में सहायक है।

  • केला: इसमें ब्रोमेलिन नामक एंजाइम होता है, जो टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने में मदद करता है।

  • लहसुन: इसमें एलिसिन नामक तत्व होता है जो शुक्राणुओं को हानि पहुँचाने वाले टॉक्सिन्स से बचाता है।

2. तुलसी और शुद्ध शिलाजीत का सेवन करें

तुलसी की पत्तियाँ और शुद्ध शिलाजीत टेस्टोस्टेरोन को प्राकृतिक रूप से बढ़ाकर स्पर्म काउंट सुधारते हैं। ये पुरुषों की यौन शक्ति और मानसिक ताकत को भी बढ़ाते हैं।

  • रोज सुबह 5 तुलसी की पत्तियाँ चबाएँ

  • शुद्ध शिलाजीत दूध के साथ सेवन करें

  • डॉक्टर की सलाह लेकर नियमित लें

3. अश्वगंधा और सफेद मूसली

अश्वगंधा और सफेद मूसली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ हैं जो टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाती हैं और शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या सुधारती हैं।

  • 1 चम्मच अश्वगंधा चूर्ण दूध के साथ लें

  • सफेद मूसली का सेवन शहद या दूध के साथ करें

  • लगातार 2-3 महीने सेवन करें

4. तनाव कम करें और अच्छी नींद लें

तनाव और नींद की कमी हार्मोन में असंतुलन पैदा करते हैं जिससे स्पर्म काउंट घट सकता है। ध्यान और अच्छी नींद स्पर्म हेल्थ सुधारने में मदद करते हैं।

  • रोज 7-8 घंटे की नींद लें

  • योग और ध्यान करें

  • देर रात तक स्क्रीन से दूरी रखें

5. शराब, धूम्रपान और ड्रग्स से बचें

शराब, धूम्रपान और नशे की चीजें शुक्राणुओं को कमजोर करती हैं और उनकी संख्या घटाती हैं। इन आदतों को छोड़ना प्रजनन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

  • शराब और धूम्रपान से बचें

  • ड्रग्स या स्टेरॉयड का सेवन न करें

  • हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएँ

6. शरीर को गर्मी से बचाएँ

अधिक गर्मी से टेस्टिकल्स की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है जिससे स्पर्म उत्पादन कम हो सकता है। ठंडी और आरामदायक जीवनशैली अपनाएँ।

  • टाइट अंडरवियर न पहनें

  • लैपटॉप गोद में न रखें

  • गर्म पानी से बार-बार न नहाएँ

7. नियमित व्यायाम करें, लेकिन अति न करें

हल्का-फुल्का व्यायाम शरीर को सक्रिय रखता है और हार्मोन संतुलन बनाए रखता है। लेकिन ज़्यादा थकाने वाले व्यायाम से टेस्टोस्टेरोन घट सकता है।

  • रोजाना 30 मिनट हल्का व्यायाम करें

  • योग, साइकलिंग, वॉकिंग अपनाएँ

  • अत्यधिक जिम करने से बचें

8. ट्रिब्यूलस टेरेस्ट्रिस (गोक्षुरा)

गोक्षुरा एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जो पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारती है।

  • गोक्षुरा चूर्ण या कैप्सूल का सेवन आयुर्वेदाचार्य की सलाह अनुसार करें।

9. प्यासे न रहें – भरपूर पानी पिएं

पानी शरीर से विषैले तत्वों को निकालकर स्पर्म को स्वस्थ रखता है। डिहाइड्रेशन शुक्राणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।

  • दिन में 8–10 गिलास पानी पिएँ

  • शरीर को सूखा न रखें

  • नींबू पानी या नारियल पानी भी फायदेमंद

10. नियमित हेल्थ चेकअप कराएं

अगर स्पर्म काउंट में लम्बे समय तक सुधार न हो, तो डॉक्टर से मिलें। कुछ मामलों में मेडिकल समस्या या हार्मोनल गड़बड़ी जिम्मेदार होती है।

  • समय-समय पर मेडिकल टेस्ट कराएं

  • किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर से पूछकर करें

  • समस्या छुपाएं नहीं, इलाज करवाएं

निष्कर्ष

स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए कोई जादू की गोली नहीं है, लेकिन ऊपर बताए गए देसी और घरेलू उपायों को नियमित रूप से अपनाकर आप अपने प्रजनन स्वास्थ्य में बड़ा सुधार ला सकते हैं। साथ ही, अनुशासित जीवनशैली, सही खानपान और तनावमुक्त दिनचर्या आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

अगर समस्या गंभीर हो या लंबे समय से बनी हो, तो आयुर्वेद विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

डॉक्टर रेणुका त्यागी

डॉक्टर रेणुका त्यागी एक अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक हैं, जिन्हें प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वह प्राकृतिक तरीकों से स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए समर्पित हैं। उनके ब्लॉग पर, आपको शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने के टिप्स मिलेंगे, जिसमें घरेलू उपचार, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का महत्व और स्वस्थ जीवनशैली के टिप्स शामिल हैं।